"Tejaji Maharaj Story: सांप को दिया वचन निभाया, अब लोक देवता के रूप में होती है इस गौ रक्षक की पूजा". ABP NEWS. 4 September 2022. Retrieved 4 September 2022. “राजस्थान में नागौर जिले के खरनालियां गांव में तेजाजी का जन्म हुआ था. नागवंशी क्षत्रिय जाट घराने के एक जाट परिवार में जन्मे वीर तेजाजी सामान्य किसान के बेटे थे. तेजाजी के पिता ताहड़ देव और माता रामकंवरी भगवान शिव के उपासक थे. मान्यता है कि माता रामकंवरी को नाग-देवता के आशीर्वाद से पुत्र की प्राप्ति हुई थी.”
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Murphy, Anne (2003). "TĒJAJI". In Mills, Margaret A.; Diamond, Sarah; Claus, Peter J. (eds.). South Asian Folklore: An Encyclopedia. Routledge. p. 596. ISBN978-0-415-93919-5. Tējaji was a Jāt of Karnala near Nagaur, in Marwar
Gupta, Dr Seema. "Veer Tejaji - The Symbol of Folk Faith". Central Asian Journal of Literature, Philosophy and Culture. 01: 42. “ As per historians, he was born on Friday, Magha Shukla 14 samvat 1130 (29 January 1074).
Bharat, E. T. V. (6 October 2022). "Lok Devta Tejaji: वचन पालन के लिए तेजाजी महाराज ने दिया था बलिदान, जानिए जाटों के आराध्य देव की अमर गाथा". ETV Bharat News (in Hindi). Retrieved 21 August 2024. “ गायों की रक्षा को दी प्राणों की आहुति: इतिहासकार घनश्याम मुंडेल बताते हैं कि सर्पदंश के कारण लोक देवता तेजाजी महाराज की मृत्यु हुई थी. तेजाजी महाराज बचपन से ही बहादुर थे. एक बार की बात है जब तेजाजी महाराज अपनी बहन को लेने उनके ससुराल पहुंचे तो पता चला कि दस्यु गिरोह उनकी बहन की सारी गायों को लूटकर ले गए. जिसके बाद तेजाजी महाराज अपने एक साथी के साथ जंगलों में बहन की गायों को छुड़ाने के लिए निकल गए. इस दौरान बीच रास्ते में एक सांप तेजाजी के घोड़े के सामने आ गया और उन्हें डसने की कोशिश करने लगा. यह देख तेजाजी ने उस सांप को वचन दिया कि जब वो अपनी बहन की गायों को छुड़ाकर आएंगे तब वो उन्हें डस ले. तेजाजी का वचन सुनकर सांप उनके रास्ते से हट गया”
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ANI (16 September 2016). "Rajasthan celebrates unique snake festival to bring good fortune". India.com. Retrieved 16 October 2018. “ Teja is considered to be one of the eleven incarnations of Lord Shiva and worshipped as a deity in rural Rajasthan. Devotees sang and danced to the sounds of drums and instruments, holding snakes in their hands and receiving their bites. It is believed that the snake bites cures ailments and bring good fortune.”
"In India, getting bitten by a snake seen as good luck". Reuters Original. Retrieved 16 October 2018. “ Veer Teja or Tejaji was a legendary Rajasthani folk hero, also considered to be one of the major eleven incarnations of Lord Shiva and worshipped as a deity in rural Rajasthan.”
thestatesman.com
Service, Statesman News (2 March 2023). "Ahead of Global Jat Mahakumbh, Gehlot sets up 'Veer Tejaji Welfare Board' in Rajasthan". The Statesman. Retrieved 5 August 2024. “ Veer Teja or Satyavadi Veer Tejaji is a Rajasthani folk deity. Its history says that Kanwar Tejaji ji is considered to be the eleventh incarnation of Lord Shiva and he was born in Dholiya gotra of Nagvanshiya Jat.”